संपादक- संजू पुरोहित
बिहार के रघुनाथपुर रेलवे स्टेशन के पास दुर्घटनाग्रस्त नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस में असम निवासी दीपक भंडारी सफर कर रहे थे। हादसे में उनकी पत्नी और 8 वर्षीय बेटी की जान चली गई। वो जब ट्रेन हादसे का मंजर बयां कर रहे थे, तो उनके चेहरे पर खौफ साफ देखा जा सकता था।
बिहार के बक्सर जिले के रघुनाथपुर रेलवे स्टेशन के पास दुर्घटनाग्रस्त नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस में सफर कर रहे दीपक भंडारी अपनी पत्नी बच्चों के साथ अपने गांव जा रहे थे। यह सफर इतना भयानक होगा उन्होंने इसकी कल्पना भी नहीं की थी। वो जब ट्रेन हादसे का मंजर बयां कर रहे थे, तो उनके चेहरे पर खौफ साफ देखा जा सकता था।
असम निवासी दीपक भंडारी, अपनी पत्नी ऊषा भंडारी और जुड़वा बेटियों आकृति (8) व अदिति (8) के साथ आनंद विहार जंक्शन से जलपाईगुड़ी जाने के लिए नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस में सवार हुए थे। रघुनाथपुर स्टेशन के पास ट्रेन हादसे का शिकार हो गई। इसमें उनकी पत्नी ऊषा भंडारी और बेटी आकृति की मौत हो गई।
बेटी बार-बार पूछ रही- मां और दीदी कहां है?
दुर्घटना ने दीपक भंडारी को पूरी तरह से तोड़कर रख दिया है। वह चीख कर रोने का प्रयास तो करते हैं, लेकिन जिंदा बच गई अपनी एकमात्र पुत्री अदिति को आंसू भरी निगाहों से निहार रहे होते हैं। दीपक से उनकी पुत्री बार-बार यही पूछ रही है कि दीदी और मां कहां है, लेकिन वो कुछ भी बताने की स्थिति में नहीं हैं।
बेटी पिता के मोबाइल फोन से आनंद विहार जंक्शन पर खींची गई मां-बहन की तस्वीर को चूम रही है। बच्ची को ऐसा करते देखकर अस्पताल में मौजूद हर किसी की आंखें छलछला जा रही है। दीपक भंडारी ने बताया कि वह दिल्ली के एक बार में नौकरी करते हैं। वहां से छुट्टी लेकर अपने गांव जलपाईगुड़ी जा रहे थे। आनंद विहार स्टेशन पर पत्नी और बेटियों के साथ सेल्फी ली। उसके बाद सफर शुरू हुआ। बक्सर रेलवे स्टेशन से ट्रेन आगे बढ़ने लगी हम लोग सोने जा रहे थे।