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मेरठ में घरों और ऑफिस से बाहर दौड़े लोग, भूकंप के तेज झटकों से दहला पश्चिमी यूपी

ByMudasir Mansoori

Oct 3, 2023

संपादक- संजू पुरोहित 

पश्चिमी यूपी के जिलों में मंगलवार दोपहर को भूकंप के झटके महसूस किए गए। भूकंप की तीव्रता 6.2 बताई गई है। जो सामान्य से काफी अधिक है। वेस्ट यूपी के जिलों में लोग घरों और दफ्तरों से बाहर निकल आए। पश्चिमी यूपी के जिलों में मंगलवार दोपहर को भूकंप के झटके महसूस किए गए। मेरठ, बागपत, मुजफ्फरनगर और शामली व सहारनपुर समेत आसपास के जिलों में भूकंप के झटके महसूस किए गए।मेरठ देहात क्षेत्र में 2:55 पर दो बार भूकंप के झटके महसूस किए गए।

बिजनौर जनपद में 2.52 पर भूकंप के तेज झटके महसूसर किए गए।  बताया गया कि नेपाल भूकंप का केंद्र रहा है। रिएक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 6.2 मापी गई है। यह सामान्य से ज्यादा है। सहारनपुर और शामली में भी तकरीबन 40 सेंकेंड तक भूकंप के झटके महसूस किए गए। मेरठ से सटे हस्तिनापुर में भी 2:53 पर भूकंप के बड़े झटके लोगों ने महसूस किए, जिन्हें देखकर हड़कंप मच गया। कुछ लोग अपने घरों से बाहर की ओर निकल आए। हालांकि एक मिनट से भी कम देरी तक भूकंप रहा, लेकिन लोगों में दहशत फैल गई।

मेरठ के होटल हारमनी में मेरठ सहोदय अवार्ड सेरेमनी संवाद चल रहा था। इसी दौरान भूकंप से बिल्डिंग हिल गई। कार्यक्रम में मौजदू लोग परेशान होकर इधर-उधर देखने लगे। एमएलसी धर्मेंद्र भारद्वाज भी खड़े होकर इधर से देखने लगे। इसके बाद लोग बाहर निकल आए।

मुजफ्फरनगर में शहर से देहात तक भूकंप के तेज झटके 
मुजफ्फरनगर। जिलेभर में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। लोग घरों से बाहर निकले। कचहरी में अधिवक्ताओं भी अपने चैंबरों से बाहर आ गए। शहर से लेकर देहात तक असर देखने को मिला। चरथावल, पुरकाजी, छपार, बुढ़ाना, मीरापुर, रोहाना कलां समेत अन्य स्थानों पर कौतुहल रहा। अभी किसी तरह के नुकसान का समाचार नहीं है।

भूकंप के तेज झटके महसूस होने के बाद दहशत के चलते लोग घरों से दौड़कर बाहर निकल गए। लोगों का कहना था कि पिछले पांच साल के भीतर इतने तेज भूकंप के झटके कभी महसूस नहीं किए। मल्टी स्टोरी बिल्डिंग में रहने वाले लोग फ्लैट छोड़कर नीचे मैदान में जमा हो गए। 

सभी जिलों में शहर की हर कॉलोनी में यही मंजर नजर आया। हर जगह लोग एक दूसरे से बस यही कहते रहे कि बहुत तेज भूकंप था, कुछ देर और रहता तो मकान गिर सकते थे।

क्या कहते हैं वैज्ञानिक
सरदार वल्लभ भाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डॉ. यूपी शाही का कहना है कि एक बार भूकंप आने के बाद कई हल्के भूकंप आते हैं। अक्सर ऐसा होता है, पहले भी हुआ है। भूकंप के दृष्टिकोण से सिस्मिक जोन चार व पांच में आते हैं, जो भूकंप के लिए प्रोन होते हैं। प्लेट टैकटोनिक सिद्धान्त के अनुसार पृथ्वी कई प्लेटो से बनी है ये प्लेट्स धीरे-धीरे गतिमान होते हैं, जिसके कारण भकूंप आते हैं।

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