शिक्षा अधिकारियों ने स्कूलों की हालत सुधारने पर दिया जोर

जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान रतूड़ा रुद्रप्रयाग में जनपद के संकुल एवं ब्लॉक समन्वयकों की एक दिवसीय संचेतना कार्यशाला आयोजित की गई। कार्यशाला में जनपद के समस्त 27 सीआरसी एवं बीआरसी समन्वयकों द्वारा प्रतिभाग किया गया। इस मौके पर विद्यालयों में और परिश्रम कर स्कूलों की स्थिति और बेहतर करने पर चर्चा की गई। कार्यशाला में कक्षा 3 एवं 6 में इस सत्र से लागू नई पाठयपुस्तकों, परख राष्ट्रीय सर्वेक्षण 2024 के परिणामों और इसके कारणों एवं सर्वेक्षण में जनपद के परिणाम (विशेष रूप से कक्षा 3) के अपेक्षित न रहने पर व्यापक चर्चा की गई।

स्थिति में सुधार लाने के लिए विद्यालयों में और अधिक परिश्रम और निष्ठा से कार्य करने का आह्वान किया गया। कार्यक्रम में पीजीएल-डी परिणामों पर भी चर्चा की गई। इसके साथ ही विद्यालयों के नियमित अनुश्रवण और संकुल स्तर पर आयोजित होने वाली अकादमिक बैठकों पर भी चर्चा की गई। उन्हें और अधिक प्रभावी बनाने का निर्णय लिया गया। डायट द्वारा संचालित बढ़े चलो कार्यक्रम की जानकारी भी साझा की गई।

कार्यक्रम में शिक्षक शिक्षा एवं समग्र शिक्षा में इस वर्ष आयोजित होने वाले कार्यक्रमों की जानकारी प्रतिभागियों को दी गई। डायस डेटा पर भी चर्चा करते हुए इसे गंभीरता से भरने के निर्देश दिए गए। कार्यक्रम में मुख्य शिक्षा अधिकारी परमेंद्र बिष्ट, प्राचार्य डायट रतूड़ा सीपी रतूड़ी, प्रभारी जिला शिक्षा अधिकारी (प्राशि) सुश्री तनुजा देवराड़ी द्वारा भी प्रतिभागियों को संबोधित किया गया। इस मौके पर डायट के संकाय सदस्य, समग्र शिक्षा रुद्रप्रयाग के जिला समन्वयक, एपीएफ एवं संपर्क फाउंडेशन के प्रतिनिधि मौजूद थे। कार्यक्रम का संचालन डायट की पाठ्यक्रम एवं मूल्यांकन विभाग की प्रवक्ता डा. राखी बिष्ट द्वारा किया गया।

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