खतरे के निशान से ऊपर बह रही नदियां, बदरीनाथ हाईवे पर यातायात ठप

रुद्रप्रयाग। रुद्रप्रयाग में पिछले 36 घंटों से लगातार बारिश हो रही है। बारिश के कारण हालात अस्त व्यस्त हो गए हैं। अलकनंदा नदी के उफान में आने के कारण नदी किनारे स्थित सभी आवश्यक घरों को खाली करवा दिया गया है। रुद्रप्रयाग में अलकनंदा एवं मंदाकिनी नदी खतरे के निशान को पार करते हुए बह रही हैं। बदरीनाथ और केदारनाथ हाईवे भी जगह-जगह बंद हो गए हैं और यात्री जहां-तहां फंसे हुए हैं।

पिछले 36 घंटे से लगातार हो रही बारिश के कारण अफरा तफरी का माहौल बन गया है। जगह-जगह भूस्खलन की घटनाएं सामने आ रही हैं। बदरीनाथ हाईवे रात से ही सिरोबगड़ में बंद है। हाईवे के दोनों छोरों पर भारी संख्या में यात्री फंसे हुए हैं। प्रशासन यात्रियों से सुरक्षित स्थानों पर रुकने की अपील कर रहा है। रुद्रप्रयाग में अलकनंदा नदी विकराल रूप धारण करके बह रही है। नदी किनारे के स्थित सभी आवासीय घरों को कल रात ही खाली कर दिया गया है। अलकनंदा एवं मंदाकिनी नदी ने अपने खतरे के निशान को पार कर दिया है। रुद्रप्रयाग के बांगर पट्टी के दो दर्जन गांवों को जोड़ने वाला मयाली रणधार- मोटरमार्ग पर स्थित मोटरपुल बरसाती गधेरे के बहाव में बह गया है। जिस कारण हजारों की आबादी घरों में ही कैद हो गई है।

ग्रामीणों के सामने तमाम प्रकार की समस्याएं पैदा हो गई हैं। रुद्रप्रयाग जिले में लगातार हो रही भारी वर्षा के कारण नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ता जा रहा है। रविवार सुबह 10 बजे की स्थिति के अनुसार अलकनंदा नदी 625.200 मीटर और मंदाकिनी नदी 624.150 मीटर के जलस्तर पर बह रही है। जबकि अलकनंदा का वार्निंग लेवल स्थिति की गंभीरता को देखते हुए जिला प्रशासन सतर्क हो गया है। आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने जानकारी देते हुए बताया कि नदियों के किनारे रह रहे लोगों को समय-समय पर लाउडस्पीकर के माध्यम से चेतावनी दी जा रही है। साथ ही उन्हें सुरक्षित स्थानों पर जाने के निर्देश भी जारी किए जा रहे हैं।

626.00 मीटर और मंदाकिनी का 625.00 मीटर निर्धारित है। दोनों नदियों का जलस्तर अब चेतावनी स्तर के बेहद करीब पहुंच गया है। वहीं अलकनंदा नदी का जलस्तर बढ़ने से नदी का प्रभाव श्रीनगर में देखा जा रहा है। श्रीनगर में भी अलकनंदा नदी का रौद्र रूप देखा जा रहा है। नदी का जलस्तर बढ़ने से श्रीनगर में नदी किनारे बने घाटों तक पानी पहुंच गया है, जिससे स्थानीय लोगों की चिंता बढ़ गई है। प्रशासन ने नदी तटों पर रहने वाले लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है. साथ ही लोगों से नदी के किनारे न जाने की अपील की है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *