*बीते दिन हुई दुर्घटना के पीछे के कारण का खुलासा होना जरूरी
*जिला अधिकारी ने पेड़ गिरने से हुई युवती की मौत पर परिवार को 4 लाख फौरी आर्थिक मदद की घोषणा
*दुर्घटना के लिए जिम्मेदार भेल को भी देनी चाहिए आर्थिक मदद
हरिद्वार। भेल के मध्य मार्ग के निर्माण के समय लगाए गए पेड़ (सिल्वर ओक )अब लोगो के लिए काल बन गए है। बीती शाम बिन आंधी तूफान के विशाल पेड़ का अचानक गिरने के कारणों की जाँच होनी जरूरी है। पूर्व मे भी कई दफा मध्य मार्ग पर पेड़ गिरने से दुर्घटनाएं हुई जिनमे भी मौत हुई है। और वाहन क्षतिग्रस्त हुए हैं। लेकिन आंधी तूफान से पेड़ गिरना आम बात है। पर कल हुई घटना जिसमे एक युवती की पेड़ गिरने से मौत हुई । प्रशासन व पुलिस को या भेल को घटना के पीछे के कारणों की जाँच कर उनका निवारण करना चाहिए ताकि फिर से दुर्घटना की पुनरावृत्ति ना हो।
पृथमद्रष्ट्या एक ही बात सामने आई कि पेड़ की जडों मे दीमक लगी हुई थी ।जिस कारण विशालकाय पेड़ अचानक धराशाई हो गया एक की जीवन लीला समाप्त कर डाली। वहीं भेल के अधिकारियों ने बताया की जिन पेडों की अवधि समाप्त हो चुकी है या किसी कारण से सूख गए है ऐसे 200 पेडों के पातन के लिए वन विभाग मे भेल ने 10 माह पूर्व आवेदन किया था परंतु लापरवाही की हद तो वन विभाग ने पूरी कर और अभी तक अनुमति नही दी जिसका नतीजा आज सब के सामने आ गया। लेकिन भेल का आवेदन की बात कह कर पल्ला झड़ना ठीक नही। आवेदन के बाद फालोअप ही नही किया गया जब दुर्घटना हो गई तब पुन: पत्र लिखा गया है।
पत्र मे घटना का जिक्र करते हुए अनुरोध शीघ् अनुमति का किया है।परोक्ष रूप से सड़क के किनारे या सड़क पर होने वाली दुर्घटना का संबंध भेल के प्रबंधन से ही है। सूत्रों की माने तो भेल प्रबंधन सड़क से गुजरने वाले सभी कमर्शियल व्हीकल से टैक्स वसूलती आ रही है फिर उस सड़क की पूरी जिम्मेदारी भेल प्रबंधन की ही बनती है।
गौरतलब है कि बीती शाम बीएचईएल के मध्य मार्ग पर भगत सिंह चौक के निकट विशालकाय पेड़ गिरने से उसकी चपेट में आकर एक युवती की मौत हो गई, जबकि दूसरी गंभीर रूप से घायल हो गई थी। घायल की हालत को गंभीर देखते हुए हायर सेंटर रेफर कर दिया गया है।
भेल क्षेत्र के मध्य मार्ग पर ऐसे अनेकों पेड़ हैं जो की जर्जर हालत में है और वह कभी भी गिर सकते हैं और दुर्घटना को दावत दे रहे हैं जिन्हें भेल की लापरवाही कहा जा सकता है। लेकिन जो पेड़ गिरा है वह वर्षों से सड़क की तरफ झुका हुआ था।पूर्व मे भी एक जर्जर पेड़ एक कार पर गिरा था जिसमे कार पूरी तरह नष्ट हो गई थी और कार चालक भी बुरी तरह घायल हो गया था। एक छोटा हाथी पर भी पेड़ गिर चुका है Iजिसमे चालक की मौत हो गई थी।पर भेल ने उसके बावजूद जर्जर पेड़ नही काटे। अब जब दुर्घटना हो गई तब जिला अधिकारी ने पुराने पेड़ काटने के आदेश भेल को दिये है और मृतिका के परिवार को 4लाख की आर्थिक मदद की घोषणा की है। अब देखना है भेल कब तक पेड़ काटने की पहल करता है।
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