
*नहीं रहे मुंशी आबाद।*
*हमेसा याद किए जाएगे मुंशी आबाद: डॉ. सम्राट*
मुंशी आबाद का पूरा जीवन समाज सेवा एवं हिंदू मुस्लिम एकता के प्रतीक से जाना जाता रहा है। मुंशी आबाद ने अपना पूरा जीवन समाज सेवा को समर्पित कर रखा था। समाज के हर मामले में चाहे वह हिंदू मुस्लिम को जोड़ने का कार्य हो या फिर राम मंदिर जैसे फैसले पर पुलिस का पूरा पूरा सहयोग। मुंशी आबाद मुजफ्फरनगर के मोहल्ला लद्धआवाला में निवास करते थे। उनका आवास के सामने हिंदू समाज व घर के पीछे मुस्लिम समाज रहता है। मुंशी आबाद दोनों समाज के बीच में रहकर एक दूसरे के एकता के प्रतीक थे। मोहल्ले की कोई समस्या हो या अपने शहर की हर मामले में पुलिस का पूरा सहयोग कर उस मामले को जल्द ही सुलझाने का कार्य किया करते थे। मुंशी आबाद अपने पीछे अपने परिवार में तीन बेटे वे दो बेटियों छोड़ गए हैं। मुंशी आबाद के इन्तेक़ाल हो जाने पर पूरे मोहल्ले मैं गहरा दुख छाया हुआ है। उनके इंतकाल पर रोशनी वेलफेयर सोसाइटी के अध्यक्ष डॉ सम्राट,भाजपा जिला मंत्री सुधीर खटीक, विकास बिलटोरिया, डॉ. यासीन खान, राष्ट्रीय छात्र लोकदल प्रदेश महासचिव समद खान, सम्राट इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ अरशद सम्राट, सम्राट ग्रुप ऑफ कॉलेज के मैनेजर हाजी मोहम्मद इकबाल, संरक्षक हाजी मोहम्मद इस्लाम, कांग्रेश शहर अध्यक्ष जुनेद रऊफ,रफी खेरी,एडवोकेट जावेद सिद्दीकी, एडवोकेट आबाद,तारिक़ भाई, हाजी दिलशाद व रोशनी वेलफेयर सोसायटी की पूरी टीम ने गहरा दुख प्रकट किया।